गीतिका/ग़ज़ल

ऐ ख़ुदा ऐसा नही जेहाद आए

साथ जिसके धार्मिक उन्माद आए
ऐ ख़ुदा ऐसा नही जेहाद आए

भूल कल कोई हुई होगी यक़ींनन
आज फिर से ख़्वाब में अजदाद आए

बस इसी में ज़िन्दगी गुजरी हमारी
कौन पहले कौन किसके बाद आए

सर चढ़ा हो कामयाबी का नशा जब
फिर कहाँ तहजीब किसको याद आए

आदमी को आदमी से जोड़ दे जो
धर्म का ऐसा कोई उत्पाद आए

मौत आने तक रही उम्मीद उसको
आज सरकारी कोई इमदाद आए

आरजू बंसल यही है शब्द अंतिम
इस जुबां पर हिन्द ज़िन्दाबाद आए

सतीश बंसल
०३.०९.२०१८

*सतीश बंसल

पिता का नाम : श्री श्री निवास बंसल जन्म स्थान : ग्राम- घिटौरा, जिला - बागपत (उत्तर प्रदेश) वर्तमान निवास : पंडितवाडी, देहरादून फोन : 09368463261 जन्म तिथि : 02-09-1968 : B.A 1990 CCS University Meerut (UP) लेखन : हिन्दी कविता एवं गीत प्रकाशित पुस्तकें : " गुनगुनांने लगीं खामोशियां" "चलो गुनगुनाएँ" , "कवि नही हूँ मैं", "संस्कार के दीप" एवं "रोशनी के लिए" विषय : सभी सामाजिक, राजनैतिक, सामयिक, बेटी बचाव, गौ हत्या, प्रकृति, पारिवारिक रिश्ते , आध्यात्मिक, देश भक्ति, वीर रस एवं प्रेम गीत.