आज आप मुस्कुराए क्या?
आप सोच रहे होंगे, कि हमने आपसे यह सवाल क्यों पूछा? लीजिए जवाब हाजिर है. आज अक्तूबर महीने का पहला शुक्रवार है. अक्तूबर महीने के पहले शुक्रवार को हर साल वर्ल्ड स्माइड डे मनाया जाता है. इसलिए हमने आपसे यह सवाल पूछा था. वैसे हम आपको यह बताते चलें, कि केवल वर्ल्ड स्माइड डे पर ही नहीं, हर दिन, हर मुस्कुराते, खिलखिलाते, गुनगुनाते रहना चाहिए.
अब आप हमसे पूछेंगे, कि मुस्कुराएं क्यों? लीजिए जनाब, उसका भी जवाब हाजिर है-
मुस्कुराओ कि मुस्कुराने पर कोई मोल नहीं लगता,
गुनगुनाओ कि गुनगुनाने का कोई टोल नहीं लगता
हंसने-हंसाने को ही जीवन का लक्ष्य बनालो
सच्चे-मीठे बोलों जैसा प्यारा कोई बोल नहीं लगता.
मुस्कुराओ और दूसरों की मुस्कुराहट की वजह भी बनो. मुस्कुराने के कई फायदे हैं, जिन्हें मेडिकल साइंस भी मान चुका है. विशेषज्ञों की मानें तो मन से मुस्कुराने से दिमाग में डोपामाइन हॉर्मोंस पैदा होता है, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है. मुस्कुराने से दिल की बीमारी, डिप्रेशन, ब्लड प्रेशर, इंफेक्शन समेत कई गंभीर बीमारियों के होने का खतरा कम हो जाता है. यह एक तरह का व्यायाम है, जो हमारी उम्र को बढ़ा देता है. मन से मुस्कुराने के साथ ही लोगों में कलेस्ट्रॉल नहीं बढ़ता है, इसलिए दूसरों को खुश करने के लिए नहीं बल्कि अपने खुद के भले के लिए मन से मुस्कुराइए.
मुस्कुराहट हर मर्ज की दवा है. मुस्कुराने से चेहरे की 53 मांसपेशियां और पूरे शरीर की मांसपेशियां प्रभावित होती हैं, जिससे लोगों के अंदर पॉजिटिव थिंकिंग आती है. मुस्कुराने से लोगों के दिमाग में न्यूरो ट्रांसमीटर केमिकल पैदा होता है, जो बीमारियों को पैदा करने वाले हॉर्मोंस से लड़ता है. मुस्कुराहट शरीर के अंदर तनाव पैदा करने वाले हॉर्मोंस को कम करती है. इससे हमारी उम्र और बढ़ जाती है इसलिए मुस्कुराते रहना चाहिए ताकि बीमारियां दूर रह सकें.
मधुर मुस्कान पर कुर्बान सारा जहान,
चुस्त-तंदुरुस्त रखती है तन-मन को मुस्कान.