सामाजिक

एक और बलात्कारी…. नाम ‘फलाहारी’

बलात्कारी बाबाओं की अगली कड़ी में एक और बलात्कारी और व्यभिचारी कथित बाबा राजस्थान के अलवर से पकड़ा गया है, जिसे वहाँ के सेशन कोर्ट ने उसे मौत तक जेल की सजा सुनाई है। यह पिछले बीस साल से वहाँ कथित धर्माचार्य और शंकराचार्य का लबादा ओढ़े, कुंडली मारे बैठा था। यह कथित बलात्कारीबाबा अपनी पोती की उम्र की एक इक्कीस वर्षीय बेटी से जो इसे अपनी पढ़ाई के दौरान मिले चेक को बतौर उसके आश्रम में ‘दान’ देने गई थी, उसे एक अपने चेले के माध्यम से रोककर रात में अपनी पैशाचिक हवश का शिकार बनाया। घोर आश्चर्य और दुख की एक और भी बात है, कि राजस्थान पुलिस के अनुसार इस लड़की के बाप ने 2013 में ‘इस आतताई राक्षस’ को कथित धर्मप्रचार के लिए महेन्द्रा एंड महेन्द्रा की एक सफेद बड़ी गाड़ी ‘ट्रेवेलर’ दान में दी थी।
यह मूलरूप से उत्तर प्रदेश के कौशाम्बी जिले का रहने वाला है, इसका असली नाम शिवपूजन गौतम मिश्रा है, यह शादीशुदा और एक ‘माया ‘ नाम की लड़की का पिता भी है, जिसकी यह काफी समय पूर्व शादी भी कर चुका है। यह तीन भाईयों में सबसे बड़ा है। इसका बीच वाला भाई अभी भी गाँव में ही रहता है, कभी-कभी वह चित्रकूट के पेंड्रा आश्रम आता – जाता रहता है। छोटा वाला अयोध्या के ‘धराचार्य ब्रह्मचारी अशर्फी भवन’ का पीठाधीश्वर बना बैठा है। इस कपटी बलात्कारी ने अपना नाम बहुत ही लम्बा और भव्य “जगतगुरू रामानुजाचार्य श्री स्वामी कौशलेंद्र प्रपन्नाचारी फलाहारी महाराज” रख रखा है। ज्ञातव्य है कि ‘रामानुज संप्रदाय ‘को हिन्दू धर्म में एक आचार और विचार में शुद्धि रखने के तौर पर जाना जाता है।
अलवर में यह बीस साल पहले बहुत ही गरी़बी और दरिद्रावस्था में कथावाचन का कार्य करने आया था, धीरे-धीरे अपनी राजनैतिक और बड़े धनिकों में पैठ बनाकर आज यह करोड़ों का स्वामी बना बैठा है। इसके कई राजनैतिक दलों से गठजोड़ है, जिसमें सत्ताधारी भाजपा के कई नेताओं से इसके बहुत ही प्रगाढ़ सम्बन्ध हैं। अलवर में आज इसका बहुत बड़ा और भव्य ‘वेंकटेश दिव्य बालाजी धाम’ नामक आश्रम है। यह अलवर में गौशाला भी चलाता है, यह कुंभ में शिविर भी लगाता है, जिसके लिए वर्तमान सरकार धर्म के नाम पर करोड़ों रूपये अनुदान दी है (आत्महत्या करते किसानों के लिए उनके फसलों की सही कीमत देने के लिए और कर्जमाफी के लिए इस सरकार के पास आर्थिक तंगी है!) अभी इसने अपने इसी आश्रम में श्री वेंकटेश की प्राण प्रतिष्ठा का भव्य आयोजन किया था, जिसमें राजस्थान और देश की बहुत बड़ी-बड़ी सामाजिक और राजनैतिक हस्तियां शामिल हुईं थीं।
यह अभी जुलाई ’18 में जयपुर में सम्पन्न ‘संतसमागम ‘में भी सम्मिलित हुआ था। इसने नवम्बर 2016में एक ‘रथयात्रा ‘ की भी शुरूआत किया था, जो देश के कई प्रदेशों में अभी भी चल रही है, इसके इस रथयात्रा का समापन 2018 में तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद के श्रीराम जीवा प्रागंण में श्री रामानुजाचार्य की प्रतिमा प्रतिष्ठित करने के भव्य आयोजन से होगी।
उक्त बलात्कारी, अकर्मण्य, कथित जगतगुरु के सभी कार्यकलापों से यह जाहिर होता है कि आजकल के ये कथित धर्माचार्य और बाबा समाज के अकर्मण्य, जाहिल, धूर्त, पाखण्डी, एक नम्बर के व्यभिचारी और शातिर लोग गरी़बी और धर्मभीरु भारतीय समाज में बड़ी आसानी से अपना धर्म का चोला ओढ़कर, राजनैतिकों से वरदहस्त पाकर कुछ ही दिनों में भव्य आश्रम बनाकर, करोड़ों-अरबों के स्वामी बन जाते हैं। अन्त में अपने असली, लंपट चरित्रानुसार अपने कुकर्मों के भडांफोड़ से इनके असली दुश्चरित्रता का पता लगता है, परन्तु वास्तविकता यही है कि ये लंपट, चरित्रहीन और व्यभिचार में पूर्व में भी सतत संगलग्न रहते हैं, परन्तु लोगों की और शासन -प्रशासन की नजरों से इनके कुकृत्य ओझल रहते हैं। देश भर में कथित धर्म प्रचार के नाम पर फैले ये लाखों मन्दिर, मस्जिद, चर्च, अखाड़े और उनमें बैठे शकंराचार्य, पीठाधीश्वर, जगद्गुरु, श्रीश्री 108 महामंडलेश्वर का नाम धारण किये ये प्रपंची, अकर्मण्य और बलात्कारी इस देश, इस समाज पर बोझ बनकर, देश की प्रगति में बाधक बने हुए हैं। इन पाखण्डियों, धूर्तों, बहुरूपियों और बलात्कारियों का जितना जल्दी खात्मा हो, उतना ही देशहित में बेहतर होगा।

निर्मल कुमार शर्मा, गाजियाबाद

*निर्मल कुमार शर्मा

"गौरैया संरक्षण" ,"पर्यावरण संरक्षण ", "गरीब बच्चों के स्कू्ल में निःशुल्क शिक्षण" ,"वृक्षारोपण" ,"छत पर बागवानी", " समाचार पत्रों एवंम् पत्रिकाओं में ,स्वतंत्र लेखन" , "पर्यावरण पर नाट्य लेखन,निर्देशन एवम् उनका मंचन " जी-181-ए , एच.आई.जी.फ्लैट्स, डबल स्टोरी , सेक्टर-11, प्रताप विहार , गाजियाबाद , (उ0 प्र0) पिन नं 201009 मोबाईल नम्बर 9910629632 ई मेल [email protected]