तितली
बाल काव्य सुमन संग्रह से बाल गीत
18.तितली
तितली रानी आई है,
खुशियां साथ में लाई है,
पंख हैं इसके रंगरंगीले,
लाल-गुलाबी-नीले-पीले.
फूल-फूल पर जाती है,
खुशबू ले उड़ जाती है,
बच्चों के मन को बहलाती,
तितली रानी है कहलाती.
प्यारी तितली, न्यारी तितली
रंग-बिरंगी तितली आई।
चंचल नैनों वाली तितली
चमचम तारों जैसी छाई।
काश हम भी तितली होते,
हमारे भी रंग-बिरंगे पंख होते।
हम भी आसमान पर छा जाते,
हम भी फूलों पर मंडराते।
तितली आई, तितली आई,
रंग-बिरंगी तितली आई।