खिताब
रोज नाश्ते के समय नियमित रूप से मैना आती थी, सोमवार को भी आई, पर दूर-दूर रही. हम आश्चर्यचकित थे.
”क्या हो गया मैना रानी, आज हमसे नाराज हो क्या?” हमने कहा.
”मैं ना बोलूं”. मैना बोली
”क्या बात हो गई, नाराज क्यों हो गईं?” हमने मनाते हुए पूछा.
”कल आपने मुझे नाश्ता नहीं कराया, आप जल्दी नाश्ता करके सहेली के पास चली गईं, आपकी ”सिडनी की सहेली” बिना नाश्ते के भूखी रह गई.” मैना बोली.
”अब क्या करें? कभी-कभी तो जाना ही होता है न! इसमें नाराज होने की क्या बात है? अब मान भी जाओ.” हमारे मनाने से मैना रानी जरा पास आ गई.
”दीदी, फिर तो आप मोदी जी की ”मन की बात” भी नहीं सुन पाई होंगी!” उसने कहा, ”मैंने कहा था न, कि हम साथ-साथ सुनेंगे!”
”सच कह रही हो, नहीं सुन पाई मैं, क्या कहा मोदी जी ने?” मेरी उत्सुकता बढ़ रही थी.
”दीदी, बड़ी सार्थक बात कही मोदी जी ने. उन्होंने किसानों को पराली न जलाने का व्यावहारिक समाधान बताते हुए कहा- ‘पंजाब का एक गांव कल्लर माजरा इसलिए चर्चित हुआ है, क्योंकि वहां के लोग धान की पराली जलाने की बजाय उसे जोतकर उसी मिट्टी में मिला देते हैं. कल्लर माजरा और उन सभी जगहों के लोगों को बधाई जो वातावरण को स्वच्छ रखने के लिए अपना श्रेष्ठ प्रयास कर रहे हैं.’ दीदी, कितना अच्छा समाधान बताया न मोदी जी ने?” मैना ने कहा.
”सचमुच यह समाधान तो सरल और उपयोगी भी है और व्यावहारिक भी. तुम्हें मोदी जी अच्छे लगते हैं?” मैंने पूछा.
”दीदी, अच्छे क्यों नहीं लगेंगे? सारी दुनिया उनकी जय-जयकार कर रही है. पता है उनको कितने और कैसे-कैसे सम्मान प्राप्त हुए हैं?” मैना बोली.
”कुछ-कुछ तो पता हैं, चलो तुम ही पूरी बात बता दो.”
”सुनिए दीदी, पी एम मोदी जी भारत के ऐसे प्रथम प्रधानमंत्री हैं, जिनको विश्व के कई प्रतिष्ठित सम्मानों से नवाजा गया है. अभी हाल ही में दक्षिण कोरिया सांस्कृतिक प्रतिष्ठान का सोल शांति पुरस्कार, इसी वर्ष संयुक्त राष्ट्र के सर्वोच्च पुरस्कार ‘चैम्पियन ऑफ दि अर्थ’ एवार्ड, सऊदी अरब का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘द किंग अब्दुल्लाजीज साश’, फिलिस्तीन का ‘द ग्रैंड कालर ऑफ़ द स्टेट ऑफ़ पैलेस्टाइन’ अवार्ड, अफगानिस्तान का सर्वोच्च नागरिक सम्मान, आमिर अमानुल्लाह खान अवार्ड मोदी जी को मिले हैं. इसके अलावा 2014, 2015 और 2017 में टाइम्स मैगज़ीन ने विश्व के 100 सबसे ताक़तवर लोगों में उनका नाम शामिल किया था. विश्व की प्रतिष्ठित मैगज़ीन फोर्ब्स ने 2018 में दुनिया में नौवां सबसे ताक़तवर नेता बताया, 2016 में लंदन के प्रसिद्ध मैडम तुसाद म्यूजियम में पीएम मोदी की मूर्ति विश्व के ताक़तवर और प्रसिद्ध नेताओं के बीच लगायी गयी. आपको भी सुनकर बहुत अच्छा लगा होगा न!”
”अच्छा क्यों नहीं लगेगा मैना रानी! आखिर पी एम मोदी का यह सम्मान हम सब भारतीयों का सम्मान ही तो है न! वे हमारे प्रधानमंत्री जो हैं.” मैंने कहा.
तभी मेरा मोबाइल बजा और मैना ”आप फोन सुन लीजिए.” कहकर चली गई. मैं सोचती ही रह गई, कि मैना मेरा कितना ख्याल रखती है! तभी तो मैंने उसे ”सिडनी की सहेली” खिताब से नवाजा है.
मैना की सलाह ठीक लग रही है. ‘मन की बात’ में पीएम मोदी ने प्रदूषण को लेकर की पराली न जलाने की अपील की थी, जिसके न मानने के कारण हमें दिन-ब-दिन प्रदूषण की विकट समस्या का सामना करना पड़ रहा है. विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार भारत में जहरीली हवा ने ले ली 1 लाख बच्चों की जान. पराली न जलाने की की सरल एवं व्यावहारिक अपील को मानना हम सबके हित में है.