गीतिका/ग़ज़ल

गीतिका

गीतिका

आये न लोभ हमको , चाहे कठिन समय हो
जो भी मिला खुशी है , श्रम से हमें कमाना

जो प्रेम मानते रिश्ते वास्ता निभाना

हो दूर दोष कोशिश वादा रहा बनाना .

बरसात हो रही हो मौसम लगे सुहाना ,
कपड़े कहीं न भीगें छाता सभी लगाना।

जीवन खुशी भरा पैमाना यही सुनाना

तुम रास्तें भुले मुश्किल देख हो निशाना.

अब दे यकीन उसकों लोभी रहा पुराना

उलझा रहें सवालों कैसा कहें सियाना.

प्रभु उस गिरे बचाना राहें सही दिखाना

भटके हुये सभल अब सोचें मिसाल पाना.

रेखा मोहन 17/11/18

*रेखा मोहन

रेखा मोहन एक सर्वगुण सम्पन्न लेखिका हैं | रेखा मोहन का जन्म तारीख ७ अक्टूबर को पिता श्री सोम प्रकाश और माता श्रीमती कृष्णा चोपड़ा के घर हुआ| रेखा मोहन की शैक्षिक योग्यताओं में एम.ऐ. हिन्दी, एम.ऐ. पंजाबी, इंग्लिश इलीकटीव, बी.एड., डिप्लोमा उर्दू और ओप्शन संस्कृत सम्मिलित हैं| उनके पति श्री योगीन्द्र मोहन लेखन–कला में पूर्ण सहयोग देते हैं| उनको पटियाला गौरव, बेस्ट टीचर, सामाजिक क्षेत्र में बेस्ट सर्विस अवार्ड से सम्मानित किया जा चूका है| रेखा मोहन की लिखी रचनाएँ बहुत से समाचार-पत्रों और मैगज़ीनों में प्रकाशित होती रहती हैं| Address: E-201, Type III Behind Harpal Tiwana Auditorium Model Town, PATIALA ईमेल [email protected]