गीतिका
गीतिका
आये न लोभ हमको , चाहे कठिन समय हो
जो भी मिला खुशी है , श्रम से हमें कमाना
जो प्रेम मानते रिश्ते वास्ता निभाना
हो दूर दोष कोशिश वादा रहा बनाना .
बरसात हो रही हो मौसम लगे सुहाना ,
कपड़े कहीं न भीगें छाता सभी लगाना।
जीवन खुशी भरा पैमाना यही सुनाना
तुम रास्तें भुले मुश्किल देख हो निशाना.
अब दे यकीन उसकों लोभी रहा पुराना
उलझा रहें सवालों कैसा कहें सियाना.
प्रभु उस गिरे बचाना राहें सही दिखाना
भटके हुये सभल अब सोचें मिसाल पाना.
रेखा मोहन 17/11/18