वह “एक”
एक वृक्ष एक जंगल को शुरु कर सकता है,
एक मुस्कुराहट दोस्ती शुरु पर सकती है,
एक हाथ आत्मा को श्रेष्ठता के स्तर पर पहुंचा सकता है,
एक शब्द जीवन का लक्ष्य निर्धारित कर सकता है,
एक सकारात्मक सुविचार जीवन में वांछित परिवर्तन कर सकता है,
एक सुनियोजित पहल सुखद भविष्य का संबल बन सकती है,
एक मोमबत्ती गहन अंधकार को दूर कर सकती है,
एक खिलखिलाहट जीवन को खुशहाल कर सकती है,
एक आशा की किरण अपार साहस बन सकती है,
एक छुअन भी असीम प्रेम का अहसास करा सकती है,
एक साहसिक कदम आपके जीवन को परिवर्तित कर सकता है,
वह “एक” आज ही बनिए.
गुरु नानकदेव के 550वें प्रकाश पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं.
गुरु नानक देव जी के कुछ सुविचार-
गुरु नानक देव ने इक ओंकार का नारा दिया यानी ईश्वर एक है. वह सभी जगह मौजूद है. हम सबका ‘पिता’ वही है इसलिए सबके साथ प्रेमपूर्वक रहना चाहिए.
प्रभु के लिए खुशियों के गीत गाओ, प्रभु के नाम की सेवा करो और उसके सेवकों के सेवक बन जाओ। आपको जीवन में मानसिक शांति मिलती है, जिससे वह अपना रिश्ता चुन सकता है।
आदरणीय बहन जी वह एक है एक से अनेक हुआ । सभी एको को अनेकों क्षमताएं
दी आपकी एक एक बात में अनेक कमाल हैं।
भारत सरकार ने आखिरकार नानक जी के जन्मदिन पर करतारपुर बॉर्डर को खोलने
का महत्त्व समझा और खोलने का निर्णय ले लिया । सभी भाई बहनो
को बहुत बधाई ।
प्रिय ब्लॉगर रविंदर भाई जी, आपने बिलकुल दुरुस्त फरमाया है. वह एक है एक से अनेक हुआ.सभी एक को अनेक क्षमताएं देता है.भारत सरकार ने आखिरकार नानक जी के जन्मदिन पर करतारपुर बॉर्डर को खोलने का महत्त्व समझा और खोलने का निर्णय ले लिया. ब्लॉग का संज्ञान लेने, इतने त्वरित, सार्थक व हार्दिक कामेंट के लिए हृदय से शुक्रिया और धन्यवाद.