ग़ज़ल
जीवन है, चलना ही होगा
आगे तो बढ़ना ही होगा !
बाधाएं आ जाएँ कितनी
उनसे हमें गुजरना होगा !
पानी चाहो गर तुम मंजिल
मन में धीरज धरना होगा!
रौशन जो करना है जीवन
दीये के सम जलना होगा!
इन राहों पर चलते चलते
गम भूले बस हँसना होगा !
निश्छलता मन में अपनाकर
झूठ कपट को तजना होगा!
प्रेम किसी का पाना हो तो
पहले अर्पण करना होगा !
— डाॅ सोनिया गुप्ता