कविता “हाइकु” *महातम मिश्र 01/12/2018 “हाइकु” कलम चली सुंदर अलंकार दिव्य सृजन।।-1 मन मुग्धता धन्य हुई नगरी कवि कल्पना।।-2 सार्थक चित्र कलम में धार है सुंदर शिल्प।।-3 कवि कविता शब्द छंद पावनL हिंदी दिवस।।-4 लेख आलेख कलम चितचोर मान सम्मान।।-5 महातम मिश्र, गौतम गोरखपुरी