कविता

“हाइकु”

“हाइकु”

कलम चली
सुंदर अलंकार
दिव्य सृजन।।-1

मन मुग्धता
धन्य हुई नगरी
कवि कल्पना।।-2

सार्थक चित्र
कलम में धार है
सुंदर शिल्प।।-3

कवि कविता
शब्द छंद पावनL
हिंदी दिवस।।-4

लेख आलेख
कलम चितचोर
मान सम्मान।।-5

महातम मिश्र, गौतम गोरखपुरी

*महातम मिश्र

शीर्षक- महातम मिश्रा के मन की आवाज जन्म तारीख- नौ दिसंबर उन्नीस सौ अट्ठावन जन्म भूमी- ग्राम- भरसी, गोरखपुर, उ.प्र. हाल- अहमदाबाद में भारत सरकार में सेवारत हूँ