संवेदनहीनता
दिसम्बर का महीना
कड़ाके की ठंड
फुटपाथ पर रहते
कुछ लोग
बड़े साहसी है…
आलीशान घरों मे
रज़ाई के भीतर
हीटर की गर्मी
नहीं बता सकती है
ठंड क्या होती है
क्या होता है संघर्ष
ये फुटपाथ
इनका भाग्य है
या हमारी संवेद्नहीनता
रोज़ सुबह सुबह
फुटपाथ का परिवार
चेहरे पर मुस्कुराहट लिए
जागता है
भले ही भाग्य सोया हो
बबलू की बड़ी बहन
ठंडे पानी से उसे नहलाती
रोते भाई को सहलाती
दाँतो की कड़कड़ाहट
पास खड़े स्मृद्ध लोगों का
स्वार्थपूर्ण जीवन
प्रभावित नहीं होता है
बबलू और उसकी बहन
और भी न जाने कितने
जी रहे हैं
अभाव से भरी ज़िंदगी
और हम…. व्यस्त हैं
अपने बच्चों को ठंड से बचाने में