बाल गीत – तितली
तितली रानी आई है,
खुशियां साथ में लाई है,
पंख हैं इसके रंगरंगीले,
लाल-गुलाबी-नीले-पीले.
फूल-फूल पर जाती है,
खुशबू ले उड़ जाती है,
बच्चों के मन को बहलाती,
तितली रानी है कहलाती.
तितली रानी आई है,
खुशियां साथ में लाई है,
पंख हैं इसके रंगरंगीले,
लाल-गुलाबी-नीले-पीले.
फूल-फूल पर जाती है,
खुशबू ले उड़ जाती है,
बच्चों के मन को बहलाती,
तितली रानी है कहलाती.
Comments are closed.
तितली रानी आई है,
मेरे मन को बाई है
उड़ती है जब पंख पसार
आ जाती जैसे बसंत बहार
मैंने उसकी फोटो खींची
उसने अपनी आँखे मींची
मैं उसे पकड़ नहीं पाया
उसने मुझको खूब छकाया
प्रिय रविंदर भाई जी, आपकी बाल कविता भी कमाल की लगी. अब आप बाल-कविताएं, बाल-गीत भी लिखना शुरु कर दें. प्रतिक्रिया के लिए शुक्रिया और धन्यवाद.
बहुत खूबसूरत बाल कविता लीला बहन .