कविता

गणतंत्र दिवस

हाथ तिरंगा लेकर गणतंत्र दिवस पर,
मैं गीत देशभक्ति के गाता हूँ।

देश पर शहीद हुए जो,मुझे याद नही,
लेकिन खुद को देशभक्त बताता हूँ ।

मैं आज के भारत देश का युवा हूँ,
तिरंगे के साथ सेल्फी खिंचवाता हूँ।

मैं बेशर्म हूँ बहुत और बेगैरत भी,
ऐसे मौकों पर मैं देशभक्त बन जाता हूँ।

आसपास के पड़ोसी सारे देखे मुझको,
मैं आज घर पर तिरंगा लहराता हूँ।

तिरंगे की शान मे आज शीश झुकाता हूँ,
सब देख रहे मुझको ये सोचकर इतराता हूँ।

अपने देश के इतिहास मुझ कोई ज्ञान नही,
शहीदों की देशभक्ति रोज सड़को पर अपमानित
कर,मैं खुद ही खुद पर खूब इठलाता हूँ।

हाँ मैं आज का युवा हूँ,फेसबुक और व्हाट्सएप्प
पर दूसरे के दिखावे को देशभक्त बन जाता हूँ।

नीरज त्यागी

पिता का नाम - श्री आनंद कुमार त्यागी माता का नाम - स्व.श्रीमती राज बाला त्यागी ई मेल आईडी- [email protected] एवं [email protected] ग़ाज़ियाबाद (उ. प्र)