खट्ठा-मीठा : रबड़ी और इमरती
अभी तक अँगूठाछाप निरक्षर भट्टाचार्य मंत्री/मुख्यमंत्री के उदाहरणस्वरूप रबड़ी देवी का ही नाम लिया जाता था, जिनको चाराचोर लालू प्रसाद ने जेल जाते समय अपनी जगह बिहार के मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठाया था।
अब इस गौरवशाली परम्परा में एक नया नाम जुड़ा है- इमरती देवी का, जो मध्य प्रदेश की मंत्री हैं और कहा जाता है कि कक्षा ५ पास या फ़ेल हैं। उनका हिन्दी का अक्षरज्ञान इतना उच्चकोटि का है कि २६ जनवरी पर अपना लिखित भाषण भी अटक-अटककर भी नहीं पढ़ पायीं, और परेशान होकर उन्होंने कलक्टर साहब को आदेश दिया कि उनका भाषण पढ़कर सुना दें।
इनके अलावा रबड़ी-लालू के सपूत नौवीं फ़ेल तेजस्वी और ग्यारहवीं फ़ेल तेजप्रताप भी उप मुख्यमंत्री और मंत्री पदों को कुशोभित कर चुके हैं। निरक्षर भट्टाचार्य सांसदों की पहले भी बड़ी संख्या रही है।
यह हमारे लोकतंत्र की महानता है कि यहाँ गधे-घोड़े सबको सत्ता से चिपकने का समान अवसर दिया जाता है। बस उनको वोट लेने की कला आनी चाहिए, अन्य किसी योग्यता की कोई ज़रूरत नहीं है। मुझे कोई आश्चर्य नहीं होगा यदि कहीं कोई जलेबी देवी या रसगुल्ला प्रसाद अपनी बारी का इन्तज़ार कर रहे हों।
— बीजू ब्रजवासी
माघ कृ ७, सं २०७५ वि (२७ जनवरी, २०१९)