कितना दुष्कर है अश्लील लिखना !
कितना दुष्कर है प्रतिशब्द गढ़कर,
मानस के व्याभिचार को निकालना !
लिखना होगा मुझे एक गीत अश्लील सा,
ए ‘खुदा मेरे शब्दों को सम्भालना ! !
कितना दुष्कर है प्रतिशब्द गढ़कर,
मानस के व्याभिचार को निकालना !
लिखना होगा मुझे एक गीत अश्लील सा,
ए ‘खुदा मेरे शब्दों को सम्भालना ! !