वो प्यार जिसे…
वो प्यार जिसे कभी ‘गीत’ कहता था ,
वो प्यार जिसे आज शब्दों में पिरोता हूँ !
वो प्यार जिसे कभी ख़्वाबों में संजोता था,
वो प्यार जिसे आज शराबों में डुबोता हूँ !!
वो प्यार जिसे कभी ‘गीत’ कहता था ,
वो प्यार जिसे आज शब्दों में पिरोता हूँ !
वो प्यार जिसे कभी ख़्वाबों में संजोता था,
वो प्यार जिसे आज शराबों में डुबोता हूँ !!