चौकीदार।
जनता का अब के मूड कुछ ओर है।
कुछ कहते हैं कि चौकीदार ही चोर है।
पहली बार नेता ऐसा मिला है वतन को;
इसलिए विपक्ष के खेमें में इतना शोर है।
न मुद्ददा कोई ठोस न वतन की परवाह है;
बेतुकी बातें अशांति को भेदती पुरजोर है।
हर भारतीय चाहता नेता अपना जानदार हो;
देश ही नहीं विदेश में भी लगे नई भोर है।
आओ बड़ाएं कदम जो देशहित की ओर हो;
न बोले बस बेकार में कि चौकीदार चोर है।
कामनी गुप्ता ***
जम्मू !