कविता

डेमोक्रेसी

डेमोक्रेसी क्या है,
प्रियतम के वादों  की तरह होती है,
प्रियतम के वादे तो पूरे हो जाते है,
पर डेमोक्रेसी के वादे पूरे होते नहीं।
डेमोक्रेसी भाईचारे की तरह होती है,
जो होता तो है पर निभाया नहीं जाता,
डेमोक्रेसी का मतलब  आज़ादी होता है।
आज़ादी रामनाम की,
आज़ादी हर काम की,
आज़ादी लूटने की,
आज़ादी सबको ठगने की,
आज़ादी समानता की,
आज़ादी अमीरो को अमीर बनाने की,
आज़ादी गरीबो को गरीब बनाने की,
डेमोक्रेसी का मतलब समानता भी होता है।
सामान विचारो से होता है,
प्रियतम के विचार तो मिल सकते है।
डेमोक्रेसी में कभी नहीं मिलते,
डेमोक्रेसी घर से दफ्तर तक होती है।
लोग एक दूसरे  पर चिल्लाते है,
डेमोक्रेसी बहुत तड़पाती  है,
बहुत इंतज़ार कराती है,
प्रियतम तो आ जाता है,
डेमोक्रेसी कभी नहीं आती।।
गरिमा

गरिमा लखनवी

दयानंद कन्या इंटर कालेज महानगर लखनऊ में कंप्यूटर शिक्षक शौक कवितायेँ और लेख लिखना मोबाइल नो. 9889989384