कविता

महिला दिवस

शक्ति का रूप है नारी, प्रेम की छाँव है नारी, ठंडी हवा का प्यार है नारी, सेवा का भाव है नारी, विस्वास का नाम है नारी, कठिन समय में सही रह दिखती है नारी, प्यार का भाव जगती है नारी, हर रूप में हर हाल में खुश रहती है नारी, सबको खुशिया देती है नारी, […]

कविता

प्यार भरी होली

होली का त्यौहार है रंगों की भरमार है सभी डूबे है   मस्ती में होली है भाई होली है, आसमान में रंग उड़ रहा, प्यार का रंग सब पर चढ़ रहा, बीच  सड़क में  टोली है, होली है भाई होली है, सब झूम  रहे है,  रंगों  की बौछार में, कोई  भांग की ठंडाई में खुश हैं, […]

कविता

वादा

आओ खुद से एक वादा कर ले , कभी किसी का दिल तोड़ेंगे नही, हर तरफ खुशिया फैलाएं हम, अपनों से कभी नाता तोड़ेंगे नहीं, हर दिल में प्यार भर दे, नफरत की दीवार गिरा दे, हर तरफ सूरज का उजाला हो, अंधेरे को दूर भगा दे, जिंदगी बहुत मुश्किल से मिलती है, क्यों इसे […]

कविता

प्रकृति

प्रकृति कुछ कहना चाहती है मुझसे, हवा की सरसराहट, पक्षियों की चहचहाहट, नदियों का शोर, बारिश का उल्लास वातावरण, मेरे मन को प्रफुल्लित कर्ता है, ऐसा लगता है मानो प्रकृति कुछ कहना चाहती हो मुझसे, बारिश की बंद से बातें करने का मन कर्ता है , चांदनी रात का मदमस्त वातावरण, मुझसे बातें कर्ता है, […]

कविता

गणतंत्र दिवस

गणतंत्र दिवस आ गया, हर्षोल्लास हो गया, चारों और धूम मची, हर गली में नारा गूंज गया। प्रभात फेरी का दौर चला, हर भारतीय में जोश बढ़ा, भारतीय संस्कृति की चुनर ओढ़, चल पड़े सब नर नारी, तिरंगे की धूम मची, भारत माता की जय के नारे गूंजे, गणतंत्र दिवस आ गया हर्षोल्लास छा गया। […]

समाचार

विश्व रिकॉर्ड में शामिल हुयी गरिमा लखनवी

लखनऊ की गरिमा लखनवी ने बुलंदी साहित्यिक सेवा समिति अंतरराष्ट्रीय द्वाराआयोजित विश्व के सबसे बड़े वर्च्युअल कवि सम्मेलन में सहभागिता कर विश्व रिकॉर्ड में शहर के मान सम्मान को बढ़ाया। यह कवि सम्मेलन 21 अगस्त 2022 से 6 सितंबर 2022 तक अनवरत 400 घण्टे चला था l  जिसमें विश्व के 35 देशों के कवियों सहित […]

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वक्त

चला चली की बेला है, फिर भी राही अकेला है,  क्या खोया क्या पाया, इसमे उलझा रहता है, चंद दिन है कही हमारे, हंसी खुशी गुजार दे, बीते लम्हे याद कर, राही तू क्यो रोता है, बहुत हुआ इंतजार सभी का, अब रुखसत की बेला है, गिले शिकवे सब माफ करना, यही दस्तूर हमारा है, […]

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पितरों को नमन

पितर हमारे पूजनीय होते है, इनकी हम वंदना करते है, साल भर में एक समय आता है, जब आपको पूजा जाता हैं, जब कोई मर जाता हैं,  उसके बाद ही हम उसे क्यों याद करते हैं, जीते जी जिसका सम्मान ना कर सके, प्यार ना दे सके, मरने के बाद उस के लिए प्यार दिखाने से […]

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गुरु की महिमा

हम गुरु को प्रणाम करते है, हमको जो सही रास्ता दिखाएं, वही सच्चा गुरु होता है, भगवान से पहले गुरु ही, हमे रास्ता दिखाते है, जीवन के अंधेरों से,  उजाला की ओर लाते है, जीवन के संघर्षों से हमे, जीना सिखाते हैं, सही गलत हम  क्या कर रहे, हमको वह बतलाते है, शिष्यों के खुशी […]

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संविदा कर्मियों का दर्द

कोई क्यों नहीं समझता दर्द हमारा हम भी इंसान हैं योगदान भी है हमारा सरकारी हो या निजी  कैसा भी हो दफ्तर हम काम कर रहे बिना थक कर.  परमानेंट मौज ले रहे, काम अपना थोप कर संविदा कर्मी पिस रहे परमानेंट की धौंस पर  मुंह खोलना भी लाजिम नहीं फैसला हो जाता तुरंत कभी […]