कविता

ई०वी०एम०

शर्मीली नार “ई०वी०एम०”
छुपाए थी दिल में,
वोटर का प्यार !
आज खुलमखुल्ला बोल उठी,
उसे तो है…
मोदी से प्यार !!

दिल बात जुबां पे आयी,
तो लगने लगा,
उस पर भी दोष !
नजरें चुरा के शरमा के बोली,
मैंने तो किया है…
सच का उद्घोष !!

नजरें लोगों की लगी बदलने
लगने लगे,
नित नए इल्जाम !
आरोप लगे, अपहरण हुआ,
कोसा गया…
उसे सरेआम !!

थी शंका जमाने को भी
कि छुपा ना पायेगी
वो अपना प्यार !
पर उम्मीद ना थी
सरेआम बोलेगी –
अबकी बार… मोदी सरकार।‌

अंजु गुप्ता

 

*अंजु गुप्ता

Am Self Employed Soft Skill Trainer with more than 24 years of rich experience in Education field. Hindi is my passion & English is my profession. Qualification: B.Com, PGDMM, MBA, MA (English), B.Ed