गीतिका/ग़ज़ल

गज़ल

खुदा सबकी कब यूँ इमदाद क्यूँ नहीं करते
ये कौन लोग है फरियाद क्यूँ नही करते.
अभी नज़र न करे ये सभी रूदाद क्यूँ नही करते
सुबह जब नींद जागे तो सम्वाद क्यूँ नही करते.
खुदा लिखता है भाग्य तभी फरियाद नहीं करते
खता भरी अपने मुझे आज़ाद क्यूँ नही करते.
तभी किया बस खाली दिल का जब हर कोना
कभी तभी दिल को वो नाशाद क्यूँ नही करते .
हमारे दर्द का दरमा है जिनके हाथों में पकड़े
दवा अभी इस मर्ज कि ईजाद क्यूँ नही करते .
खुदा रहम है हक से तो शाद क्यूँ नही करते
खुदा के भलो बन्दों की इमदाद क्यों नही करते .
रेखा मोहन

*रेखा मोहन

रेखा मोहन एक सर्वगुण सम्पन्न लेखिका हैं | रेखा मोहन का जन्म तारीख ७ अक्टूबर को पिता श्री सोम प्रकाश और माता श्रीमती कृष्णा चोपड़ा के घर हुआ| रेखा मोहन की शैक्षिक योग्यताओं में एम.ऐ. हिन्दी, एम.ऐ. पंजाबी, इंग्लिश इलीकटीव, बी.एड., डिप्लोमा उर्दू और ओप्शन संस्कृत सम्मिलित हैं| उनके पति श्री योगीन्द्र मोहन लेखन–कला में पूर्ण सहयोग देते हैं| उनको पटियाला गौरव, बेस्ट टीचर, सामाजिक क्षेत्र में बेस्ट सर्विस अवार्ड से सम्मानित किया जा चूका है| रेखा मोहन की लिखी रचनाएँ बहुत से समाचार-पत्रों और मैगज़ीनों में प्रकाशित होती रहती हैं| Address: E-201, Type III Behind Harpal Tiwana Auditorium Model Town, PATIALA ईमेल [email protected]