तुम से बिछड़ के।
तुम से बिछड़ के सोचा न था,
फिर तुम से यूं मिलना होगा।
उन गलियों में फिर अपना,
इक बार यूं चलना होगा।
तुम से….
जानते हैं फिर पहले की तरह,
घाव दिल पे कोई सहना होगा।
पर क़दमों को रोकेंगे हम कैसे,
ये दिल को ही सोचना होगा।
तुम से……
आओ करें मिलकर कोई जत्न,
हमें हालात को समझना होगा।
कुछ तुम बदलो कुछ हम भी,
यूं सोच कर अब राह चुनना होगा।
तुम से…..