विज्ञान

अब अंतरिक्ष में कोई भी सैर कर सकता है…!

मेरिकन अंतरिक्ष एजेंसी ,नासा ने दुनिया के साधारण ,परन्तु धनी लोगों के लिए एक बहुत ही बढ़िया ,रोमांचक तोहफे की घोषणा किया है कि अब पृथ्वी का चक्कर काट रहे , ‘ इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन ‘ {आइएसएस } के ऑर्बिट रिसर्चिंग लैब में रूककर केवल वैज्ञानिक और अन्वेषक लोग ही नहीं , अपितु साधारण शौकिया लोग भी अंतरिक्ष की सैर कर सकते हैं ,बशर्ते उन्हें उसके लिए मात्र एक रात्रि के लिए केवल 24.28 लाख रूपये भुगतान करने होंगे ,इसके अतिरिक्त उन्हें वहाँ खाने ,पीने ,सांस लेने और जीवन रक्षक उपकरणों के एवज में अलग से भुगतान करना होगा ।
इस प्रकार हर साल लगभग 12 शौकिया    लोग अंतरिक्ष की सैर करने और अपनी पृथ्वी तथा तारों को निहारने का लुत्फ उठाने हेतु अंतरिक्ष में चक्कर काट रहे , इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन जा सकेंगे । इसके लिए दो प्राइवेट कंपनिया क्रमशः एलन मस्क की  ‘स्पेस एक्स ‘ और ‘बोइंग कम्पनी ‘ अंतरिक्ष स्टेशन तक अंतरिक्ष यात्रियों को भेजने के लिए क्रमशः ‘ड्रैगन कैप्सूल ‘ और ‘स्टारलाइनर ‘ नामक स्पेस क्राफ्ट तैयार करने में लगीं हैं ।
इसके लिए एक टिकट पर वापस लौटने तक का प्रति व्यक्ति खर्च लगभग 5.8 करोड़ डालर { 4 अरब रूपये } बैठेगा । ज्ञातव्य है कि इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन नासा का नहीं है । यह रूस के साथ मिलकर कई अन्य देशों ने मिलकर सन् 1998 में बनाया था और इसका प्रक्षेपण 2011 में रूस के बाइकॉनूर अंतरिक्ष स्टेशन से किया गया था ,जो तब से अभी भी यह अंतरिक्ष में लगातार पृथ्वी की 4.0 8 किलोमीटर की ऊँचाई वाली कक्षा में  7.66 किलोमीटर प्रति सेकेण्ड की गति से चक्कर लगा रहा है । इसका वजन 303663 किलोग्राम ,इसकी लम्बाई 73 मीटर और चौड़ाई 108.5 मीटर है । इसके अन्दर रहने के लिए 12626 घन फुट स्थान है ।
— निर्मल कुमार शर्मा , गाजियाबाद 

*निर्मल कुमार शर्मा

"गौरैया संरक्षण" ,"पर्यावरण संरक्षण ", "गरीब बच्चों के स्कू्ल में निःशुल्क शिक्षण" ,"वृक्षारोपण" ,"छत पर बागवानी", " समाचार पत्रों एवंम् पत्रिकाओं में ,स्वतंत्र लेखन" , "पर्यावरण पर नाट्य लेखन,निर्देशन एवम् उनका मंचन " जी-181-ए , एच.आई.जी.फ्लैट्स, डबल स्टोरी , सेक्टर-11, प्रताप विहार , गाजियाबाद , (उ0 प्र0) पिन नं 201009 मोबाईल नम्बर 9910629632 ई मेल [email protected]