कविता

किस्मत के खेल

जिन्दगी में ये किस्मत भी
क्या-क्या गुल खिला देती है,
पल-पल में खुशियों का गुलदस्ता
तो•••
पल-पल में दुःखों का पहाड़
खड़ा कर देती है।
न जाने कब
किसके जीवन को
खुशियों से भर दे,
और•••
कब किसको दुःख-दर्द के
कुएँ में धकेल दे।
ऐ इन्सान!
मत कर तू इतना अभिमान,
कि•••
कहीं किस्मत की मार खाकर
पलभर में ही मिट न जाय
तेरा यह झूठा मान व सम्मान।
करना होगा अब स्वीकार
इस सच्चाई को
कि यह बड़पन व सम्मान
तेरा-मेरा नहीं है,
अपितु•••
किस्मत का दिया हुआ
अनमोल तोफा ही सही है।
न जाने कब तक साथ रहे,
और•••
कब साथ छोड़ कर मझधार में
खड़ा कर दे।
सच्च ही कहा गया है कि•••
हे मानव!
यह कभी न भूलना
वक्त से बढ़कर कुछ भी नहीं है,
वक्त ही इस माया जग में
इस उतार-चढ़ाव की अहम् कड़ी है।
करते ईश से हम सतत् प्रार्थना,
कि•••
न हो अभिमान तृणमात्र भी
हो सफल हमारी यह कामना।।
— शम्भु प्रसाद भट्ट “स्नेहिल”

शम्भु प्रसाद भट्ट 'स्नेहिल’

माता/पिता का नामः- स्व. श्रीमति सुभागा देवी/स्व. श्री केशवानन्द भट्ट जन्मतिथि/स्थानः-21 प्र0 आषाढ़, विक्रमीसंवत् 2018, ग्राम/पोस्ट-भट्टवाड़ी, (अगस्त्यमुनी), रूद्रप्रयाग, उत्तराखण्ड शिक्षाः-कला एवं विधि स्नातक, प्रशिक्षु कर्मकाण्ड ज्योतिषी रचनाऐंः-क. प्रकाशितःः- 01-भावना सिन्धु, 02-श्रीकार्तिकेय दर्शन 03-सोनाली बनाम सोने का गहना, ख. प्रकाशनार्थः- 01-स्वर्ण-सौन्दर्य, 02-गढ़वाल के पावन तीर्थ-पंचकेदार, आदि-आदि। ग. .विभिन्न क्षेत्रीय, राष्ट्रीय, अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की पत्र/पत्रिकाओं, पुस्तकों में लेख/रचनाऐं सतत प्रकाशित। सम्मानः-सरकारी/गैरसरकारी संस्थाओं द्वारा क्षेत्रीय, राष्ट्रीय, अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के तीन दर्जन भर से भी अधिक सम्मानोपाधियों/अलंकरणों से अलंकृत। सम्प्रतिः-राजकीय सेवा/विभिन्न विभागीय संवर्गीय संघों तथा सामाजिक संगठनों व समितियों में अहम् भूमिका पत्र व्यवहार का पताः-स्नेहिल साहित्य सदन, निकटः आंचल दुग्ध डैरी-उफल्डा, श्रीनगर, (जिला- पौड़ी), उत्तराखण्ड, डाक पिन कोड- 246401 मो.नं. 09760370593 ईमेल [email protected]