गीतिका/ग़ज़ल

ग़ज़ल

आ के बैठा  हूँ किनारे आ सको तो पास आओ।
मन तुझे ही बस पुकारे आ सको तो पास आओ।
एक पल सोया नहीं हूँ  रात भर जागा तेरे बिन,
हैं  गवाही   में  सितारे  आ सको तो  पास आओ।
ऋतु  सुहानी  हो गयी है,  मन मयूरा  नाच  ता है,
छा गये  बादल हैं कारे आ सको तो  पास आओ।
चाँदनी  भर  पूर  फैली  जगमगाते   हैं  सितारे,
खूबसूरत  हैं नज़ारे  आ सको तो  पास आओ।
मन अकेला जन अकेला तन अकेला घर अकेला,
मिल रहे अच्छे इशारे  आ सको तो  पास आओ।
हमीद कानपुरी

*हमीद कानपुरी

पूरा नाम - अब्दुल हमीद इदरीसी वरिष्ठ प्रबन्धक, सेवानिवृत पंजाब नेशनल बैंक 179, मीरपुर. कैण्ट,कानपुर - 208004 ईमेल - [email protected] मो. 9795772415