सुषमा तुम सुषमा हो स्वराज्य की
भगवती सरस्वती हो आर्यव्रत की
माँ भारती की पावन प्रतिमा हो
करुणामय नारी का सुंदर रूप हो।
संजोए हुए भारतीय संस्कृति को
कर्तव्य निष्ठ सच्ची राष्ट्र भक्त हो।
सत्य पर अडिग दिव्य विभूति हो
वाणी में ओज लिए वीरांगना हो।
अश्रुधार से रो रही धरती आज
बेसुध सी हो रही प्रकृति आज।
हम भारतीय करते सादर नमन
कर जोड़ नमन शत शत नमन।
— निशा नंदिनी भारतीय