प्यार
जीवन में ,
जिसको मैंने प्यार किया ,
उसी ने मुझे बर्बाद किया ,
ये हकीकत है या अफसाना ,
न कि अवास्तविकता ,
प्यार ……
सिर्फ नाम से बदनाम है ,
ये दर्द तो बहुत देती है ,
दिल , आरज़ू , गम की ,
नदियां बहा देती है ,
एहसास ……
नाम का रह जाता है ,
सिर्फ दिखाने के लिए ,
न की अफसाने के लिए ,
सिर्फ एहसास ,
ये मोहब्बत ……
ही क्या जो अधूरा है ,
जो न पूरा था ,
न पूरा होगा , सिर्फ रह जाएगा ,
एक मसला टूटने का ,
और दिल को तोड़ देने का ,
मोहब्बत , प्यार , प्रेम !
— रूपेश कुमार