कविता

अब लिखनी एक कहानी है

सफलता पाने के ख्वाब हमने भी बड़े संजोए हुए थे,
कुछ कर दिखाने के स्वप्न हमने भी पिरोए थे,
मगर किस्मत ने औकात दिखा दी हमें
हम सिर्फ ख़्वाबों में ही खुश होए थे,,,,

पर अब ज़िन्दगी में कुछ कर दिखाने की ठानी है,
अब चलनी नहीं किसी की हमारे आगे मनमानी है,
ये जो तू मेरी आंखों में देखे है, ये किसी बुरे वक़्त की निशानी है,
कोई भी इंसान चाहे तो कुछ भी हासिल कर सकता है , ये लिखनी हमने कहानी है।

संगीता चौरड़िया B.Sc. B.Ed.

पिपलिया कला (पाली) 306307 राजस्थान