कविता

चंद्रमय हुआ चंद्रयान – 2 ,

चंद्रमय हुआ चंद्रयान – 2 ,
भारत का सिरमौर हुआ चांद पर ,
दुनिया में सबसे पहले  झण्डा फहराया चांद पर ,
सब उनकी जयघोष करता दुनिया में ,
श्वेत चांद आज तिरंगे में लहरा ,
दुनिया जिसकी जयगान करता आज ,
भारत मां के लाल वैज्ञानिकों ने ,
भारतमाता का मान सम्मान बढ़ाया !
गर्व है भारत मां को ,
चांद से चंद्रयान मिलने ,
जीवन और जल को खोजने ,
और गया है मिट्टी , तत्त्वों को ,
झीलों और मौसम के बारे में ,
जीवन का अस्तित्व पता लगाने !
दुनिया को सिरमौर बनाने ,
भारत मां दूत बनकर ,
गया है चंद्रयान -2 ,
दुनिया में एक नया इतिहास रचने !
— रूपेश कुमार

रूपेश कुमार

भौतिक विज्ञान छात्र एव युवा साहित्यकार जन्म - 10/05/1991 शिक्षा - स्नाकोतर भौतिकी , इसाई धर्म(डीपलोमा) , ए.डी.सी.ए (कम्युटर),बी.एड(फिजिकल साइंस) वर्तमान-प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी ! प्रकाशित पुस्तक ~ *"मेरी कलम रो रही है", "कैसें बताऊँ तुझे", "मेरा भी आसमान नीला होगा", "मैं सड़क का खिलाड़ी हूँ" *(एकल संग्रह) एव अनेकों साझा संग्रह, एक अंग्रेजी मे ! विभिन्न राष्ट्रीय पत्र-पत्रिकाओ मे सैकड़ो से अधिक कविता,कहानी,गजल प्रकाशित ! राष्ट्रीय साहित्यिक संस्थानों से सैकड़ो से अधिक सम्मान प्राप्त ! सदस्य ~ भारतीय ज्ञानपीठ (आजीवन सदस्य) पता ~ ग्राम ~ चैनपुर  पोस्ट -चैनपुर, जिला - सीवान  पिन - 841203 (बिहार) What apps ~ 9934963293 E-mail - - [email protected]