कविता

कठिन उपासना

आया पर्व उपासना का
साफ होते घाट
डाला दौड़ा सज रहे
माताएँ करे उपवास।।
आरोग निरोग मन्नतें का
डूबते उगते सूर्य का
गंगा के तटपर देखो
दूध से हो रहा अभिषेक।।
बज रही है हर तरफ
छठी मैया की गीत
वातावरण में फैला
मीठे मीठे संगीत।।
आस्था की बाढ सी आयी
जिसे देखो वो छठी मैया के गुण गायी
चार दिनो की उपासना करते है लोग
गंगा में डूबकी लगा पवित्र होते हैं लोग।
पटना का छठ है मनोरम
फैलाता जन मानस को संदेश
स्वच्छता पवित्रता का यह पर्व
आपसी भाईचारे का देता संदेश
आओ सब मिलकर बनायें और विशेष।।

— आशुतोष

आशुतोष झा

पटना बिहार M- 9852842667 (wtsap)