बालगीत
प्यारा देश हमारा देश।
भारत जग में न्यारा देश।।
बहतीं नदियाँ यमुना – गंगा।
फहराता है सुघर तिरंगा।।
भाषा, रंग, विविध हैं वेश।
प्यारा देश हमारा देश।।
बारी – बारी ऋतुएं आतीं।
जनवांछित सब सुख बरसातीं
देतीं नहीं किसी को क्लेश।
प्यारा देश हमारा देश।।
हर मौसम के उत्सव न्यारे।
कोयल, मोर, भ्रमर गुंजारे।।
नहीं अभावों का लवलेश।
प्यारा देश हमारा देश।।
विद्यालय पढ़ने हम जाते।
पूज्य गुरुजी पाठ पढ़ाते।।
जिज्ञासाएँ रहें न शेष।
प्यारा देश हमारा देश।।
सभी बड़ों को करते वंदन।
लगा नेह का शीतल चंदन।।
मान्य हमें उनके निर्देश।
प्यारा देश हमारा देश।।
मावस जाती पूनम आती।
घर – घर तुलसी पूजी जाती।।
गौ माँ का सम्मान विशेष।
प्यारा देश हमारा देश।।
— डॉ. भगवत स्वरूप ‘शुभम’