नन्ही चिड़िया
नन्ही-सी मैं चिड़िया हूं,
अपनी ममा की गुड़िया हूं,
लगती हूं मैं भोली-सी,
बड़ी गजब की पुड़िया हूं.
अभी तलक मैं उड़ नहीं पाती,
फुदक-फुदक कर चलती हूं,
जब उड़ने की बारी आए,
देखूं कहां निकलती हूं.
ममा ही मेरी टीचर भी है,
बहुत-से पाठ पढ़ाती है,
अपने देश से प्यार करने का,
प्यारा सबक सिखाती है.
ओ प्यारी-सी नन्ही चिड़िया !
मेरे घर में आ जाना,
तुम भी अपना घर बना लो,
मन मेरा बहला जाना.