सतरंगी समाचार कुञ्ज-10
आप लोग जानते ही हैं, कि ‘सतरंगी समाचार कुञ्ज’ में सात रंगों के समाचार हम लिखते हैं, शेष रंगों के समाचार कामेंट्स में आपकी-हमारी लेखनी से लिखे जाएंगे. आइए देखते हैं इस कड़ी के सात रंग के समाचार-
1.फ्लाई कीजिए और ड्राइव भी कीजिए, पहले कीमत जान लीजिए-
अमेरिका / दुनिया की पहली फ्लाई एंड ड्राइव कार लॉन्च, कीमत साढ़े चार करोड़ रुपए
दुनिया की पहली फ्लाई एंड ड्राइव कार को मियामी 2020 एंड बियोंड’ इवेंट में बुधवार को लॉन्च किया गया। इसे पायनियर पर्सनल एयर लैंडिंग व्हीकल (PAL-V) नाम दिया है। इसमें रिट्रैक्टेबल ओवरहेड और रियर प्रोपेलर लगाए गए हैं, जिसकी मदद से यह 12500 फीट की ऊंचाई तक उड़ान भर सकती है।
PAL-V कार हवा में 321 किमी प्रति घंटा और सड़क पर 160 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ने में सक्षम है। टू-सीटर इस कार में 230 हॉर्स पावर का इंजन लगा है। इसकी कीमत लगभग 4.30 करोड़ रुपए है। अभी तक इसकी 70 बुकिंग मिल चुकी है। इसकी पहली डिलीवरी 2021 में की जाएगी। कंपनी ने इसके लिए एक शर्त रखी है, जिसके तहत खरीदार के पास ड्राइविंग लाइसेंस के साथ पायलट लाइसेंस भी होना चाहिए।
प्रेषक- रविंदर सूदन
2.कूल रहिए, मैच देखिए, मुफ़्त खाइए-पीजिए-
वाउ! अब पूल में नहाते हुए देखिए टेस्ट मैच, खाना-पीना फ्री
टेस्ट क्रिकेट को और भी ज्यादा रोमांचक बनाने के लिए बनाने के लिए लगातार नए-नए प्रयोग किए जा रहे हैं। पारपंरिक टेस्ट मैच को डे-नाइट किया गया, गेंद लाल से गुलाबी हो गई। अब ऑस्ट्रेलिया में दर्शकों के लिए कुछ नया प्रयोग शुरू हुआ है। गर्मियों में टेस्ट मैच देखते हुए खुद को कूल रखने के लिए स्वीमिंग पूल तैयार किया गया है।
3.दमयंती और जेसीबी
जज्बा / दक्षिण एशिया के कंस्ट्रक्शन इक्यूपमेंट एक्सपो में 57 साल की दमयंती ने जेसीबी चलाई
राजनांदगांव. बेंगलुरु में हुए दक्षिण एशिया के सबसे बड़े निर्माण उपकरण एक्सपो में राजनांदगांव जिले के छोटे से गांव खैरझिटी की दमयंती सोनी ने विदेशी एक्सपर्ट को भी चौंका दिया। 57 साल की दमयंती ने एक्सपो में टाटा हिताची कंपनी के बैकहो लोडर के सबसे एडवांस वर्जन को ऑपरेट किया।
एक्सपो के लिए कंपनी ने पूरे छत्तीसगढ़ से एकमात्र ऑपरेटर को चुना। पुरुष ऑपरेटरों को पीछे छोड़ दमयंती को मौका मिला। 10 और 11 दिसंबर को यह एक्सपो बेंगलुरु में आयोजित किया गया था, जिसमें टाटा समेत दक्षिण एशिया के देशों से भी अलग-अलग डेढ़ दर्जन कंपनियां अपनी बैकहो लोडर की ताकत दिखाने पहुंची थी। इसमें अलग-अलग देशों के विशेषज्ञों भी शामिल हुए।
4.व्हाइट आइलैंड में कालिख-
आपदा / ज्वालामुखी से झुलसे लोगों के इलाज के लिए न्यूजीलैंड ने 1292 वर्ग मीटर त्वचा ऑर्डर की
न्यूजीलैंड के व्हाइट आइलैंड में ज्वालामुखी फटने से जख्मी (झुलसे) लोगों के इलाज के लिए सरकार ने 1292 वर्ग मीटर की मानव त्वचा का ऑर्डर दिया है। सोमवार को भड़के ज्वालामुखी में बुधवार तक मरने वालों का आंकड़ा 10 हो गया, जबकि 27 गंभीर रूप से जल गए हैं। ये सभी इंटेन्सिव केयर में भर्ती हैं। बाकी मामूली रूप से झुलसे हैं। हादसे के वक्त आइलैंड पर 47 पर्यटक थे।
चिकित्सा अफसरों का कहना है कि पीड़ितों के इलाज के लिए त्वचा की बेहद जरूरत है। अधिकांश लोग गैस और राख से जख्मी हुए। 27 मरीज 30% से ज्यादा झुलस गए हैं। जिला हेल्थ बोर्ड के अफसर पीटर वाटसन ने कहा कि हम सभी का इलाज कर रहे हैं, लेकिन 1292 वर्ग फीट अतिरिक्त त्वचा की जरूरत होगी। हम अमेरिका से त्वचा मंगा रहे हैं। ऑर्डर भेजा दिया गया। इसके अलावा, ऑस्ट्रेलिया के टिश्यू और स्किन बैंक को भी ऑर्डर दिया गया है।
5.पिज्जा खाना यानी 4 घंटे पैदल चलना, चॉकलेट खाना याने 22 मिनट दौड़ना!
ब्रिटेन / फूड पैकेट्स पर लिखना होगा- पिज्जा खाया तो 4 घंटे पैदल चलें, चॉकलेट खाई है तो 22 मिनट दौड़ें
ब्रिटेन में मोटापा कम करने के लिए लोबौरो यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने सरकार काे एक प्रस्ताव दिया है। इसमें कहा गया है कि खाने-पीने की चीजाें के पैकेट पर कैलाेरी चार्ट लगाया जाए। इसमें यह भी बताना चाहिए कि इसे खाने के बाद पचाने के लिए कितनी कसरत की जरूरत होगी।
ब्रिटेन में दो तिहाई लोग मोटापे से त्रस्त
14 अलग-अलग फूड स्टडी के नतीजे पर दिए गए प्रस्ताव में कहा गया है कि फूड पैकेट पर बताना चाहिए कि अगर यह पिज्जा खाया है, तो 4 घंटे तक पैदल चलें या चॉकलेट बार खाई है, तो आपको 22 मिनट तक दौड़ना होगा। फूड पैकेट पर लेबल लगाने का फायदा यह होगा कि लोग सही खाने की आदत से जुड़ेंगे और सेहतमंद रहेंगे। शोधकर्ताओं का कहना है कि इस प्रकार की लेबलिंग से हर शख्स की रोजाना कैलोरी खपत में औसत 200 कैलोरी को कम किया जा सकता है। ब्रिटेन में दो तिहाई से ज्यादा लोग इन दिनों मोटापे से जुड़ी बीमारी से त्रस्त हैं। यहां तक कि बच्चों में भी अन्य यूरोपीय देशों की अपेक्षा मोटापा बढ़ा है।
6.सीरी यानी एपल की आर्टिफिशयल इंटेलिजेंस-
अमेरिका / एपल के एआई सीरी ने युवक की जान बचाई, कार बर्फीली नदी में गिर गई थी
एपल के आर्टिफिशयल इंटेलिजेंस सीरी ने एक युवक को नदी में डूबने से बचाया। यह घटना मंगलवार को अमेरिका के लोवा शहर की है। जहां युवक की कार चार्ल्स शहर में नदी में गिर गई थी। उसने सीरी के जरिए 911 पर कॉल किया। तब जाकर उसे मदद मिली और उसे बचाया जा सका।
दरअसल, 18 साल के गेल साल्सेडो मंगलवार को उत्तर लोवा एरिया कम्युनिटी कॉलेज जा रहे थे। तब उनकी कार सड़क पर गिरी बर्फ की वजह से फिसल गई और वाइनबागो नदी में गिर गई। गेल ने बताया,” नदी में कार के अंदर मैं काफी परेशान था। मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था। मुझे लगा मैं मरने वाला हूं, क्योंकि चारों तरफ पानी और बर्फ था। तापमान भी कम था।”
‘मैंने जोर से सीरी को आवाज लगाई’
गेल ने बताया कि घबराहट में मुझे अपना फोन भी नहीं मिल रहा था। कुछ वक्त के लिए लगा कि मैं कैसे किसी से मदद मांग सकता हूं। तभी मुझे एपल असिस्टेंट सीरी का विचार आया। मैंने जोर से सीरी को आवाज लगाई और 911 पर कॉल करने को कहा। सीरी के जरिए मासोन सिटी के दमकल विभाग से संपर्क हुआ। दमकल विभाग के अधिकारी क्रैग वार्नर ने कहा, “तामपान कम होने से नदी का पानी जम गया था। इससे कार का ड्राइवर साइड का दरवाजा बंद हो गया था। हमारे पास रेक्स्यू के लिए कोई दूसरा ऑप्शन नहीं था। गेल को खिड़की तोड़कर बाहर निकाला गया। इसके बाद अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी हालत स्थिर है।” गेल ने बताया कि उस दौरान मेरे हाथ पूरी तरह फ्रीज हो गए थे। पैर भी सुन्न पड़ गए थे। इसलिए मुझे बाहर निकलने में काफी परेशानी हुई।”
7.अंतरिक्ष को स्वच्छ रखने की कोशिश-
पहली बार / अंतरिक्ष में 3.5 हजार बेकार सैटेलाइट, इन्हें पृथ्वी पर लाने का मिशन 2025 से शुरू होगा
यूरोपियन स्पेस एजेंसी (ईएसए) अंतरिक्ष में खराब पड़े सैटेलाइट के मलबे को उठाने के लिए 2025 से अभियान शुरू करने जा रही है। यह दुनिया का पहला ‘स्पेस जंक कलेक्टर’ होगा, जिसे क्लियर स्पेस-1 नाम दिया है। यह प्रोजेक्ट स्विट्जरलैंड के स्टार्टअप द्वारा पूरा किया जाएगा। वैज्ञानिकों का मानना है कि अंतरिक्ष में इकट्ठा मलबा भविष्य के मिशन के लिए परेशानी खड़ी कर सकता है।
इसी को देखते हुए अंतरिक्ष को साफ करने की जरूरत है। मिशन पर करीब 943 करोड़ रुपए खर्च होंगे। ब्रिटेन ने इस प्रोजेक्ट के लिए करीब 100 करोड़ रुपए की मदद की है। अभी अंतरिक्ष में करीब दो हजार सैटेलाइट काम कर रहे हैं, जबकि तीन हजार से ज्यादा सैटेलाइट फेल हो चुके हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, अंतरिक्ष में पृथ्वी के आसपास पिछले 60 साल में हजारों टन मलबा जमा हुआ है। इसमें पुराने रॉकेट के हिस्सों के साथ, 3500 सैटेलाइट और 7.5 लाख छोटे-छोटे टुकड़े हैं। ये टुकड़े 20 हजार किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से चल रहे हैं।
कुछ फटाफट सुर्खियां-
1.खुशी / संसद में नागरिकता संशोधन बिल पास, शरणार्थी महिला ने बेटी का नाम ‘नागरिकता’ रखा
2.पहल / दुनिया का पहला समुद्री कब्रिस्तान केरल में, लुप्त हो रही मछलियों को श्रद्धांजलि दी गई
3.कनाडा / बिजली से चलने वाले दुनिया के पहले एयरक्राफ्ट ने उड़ान भरी; इसे सी-प्लेन को कंवर्ट कर बनाया है
4.दोस्ताना रेस / एफ-1 रेसर हैमिल्टन ने बाइक दौड़ाई, मोटो रेसर रोसी ने कार
5.हैदराबाद / कटोरे के साथ क्लासरूम में झांकती बच्ची की तस्वीर वायरल, स्कूल ने दाखिला दिया
6.जिगोलो बन करनी थी एक्स्ट्रा कमाई, कैब ड्राइवर ने गंवाए 7.60 लाख
7.इंटरनेट की लत घटाने के लिए टेक प्रफेशनल्स रख रहे हैं ‘उपवास’
आशा है आपको सतरंगी समाचार की यह कड़ी भी पसंद आई होगी. आप भी कामेंट्स में विभिन्न रंगों के ऐसे अनोखे-रोचक-जागरूकता से ओतप्रोत सकारात्मक समाचार लिख सकते हैं.
प्याज ने कर्ज में डूबे किसान को यूं बनाया करोड़पति!
जब प्याज ग्राहकों को रुला रहा है और कीमतें लगातार आसमान छू रही हैं, एक किसान इसी से करोड़पति बन गया है
चित्रदुर्ग जिले के डोड्डासिद्वावनहल्ली निवासी मल्लिकार्जुन ने कर्ज लेकर की थी प्याज की खेती, अब मुनाफा ही मुनाफा
मल्लिकार्जुन कहते हैं, ‘यह अब तक का सबसे बड़ा जोखिम था, अगर फसल खराब हो जाती तो मैं बुरी तरह फंस जाता