ग़ज़ल
प्यार मुहब्बत आम करेंगे।
दुनिया भर में नाम करेंगे।
नफरत जो फैलाते जगमें,
रस्ता उनका जाम करेंगे।
हमें सफलता प्यारी अजहद,
बढ़कर आगे काम करेंगे।
दिल में मेरे प्यार वतन का,
रह कर भी गुमनाम करेंगे।
साथ तुम्हारे बीता दिन ये,
साथ तुम्हारे शाम करेंगे।
— हमीद कानपुरी