बेटी बचाओ
बेटी बचाओ ओ दुनिया वालो
बाबुल करता है अब ये गुहार
दुनिया रहेगी जब होगी बेटी
कहती है ये माँ की पुकार
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खिल जाते है मन सभी के
बिटियाँ हो हर घर सभी के
दुःख दूर होगा सुख होगा पास
बस करना तुम सबपे ये उपकार
बेटी बचाओ ……………….
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पायल बजेगे अब हर घर अंगना
बिटियाँ से घर ना होगा सुना
माँ अब अभी ना होना उदास
होगी रोनक बिटियाँ से हर द्वार
बेटी बचाओ …………………
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अब कभी गीत होंगे ना सुने
श्रृंगार को कोई अब ना छीने
ऐसा संकल्प लेवे सब हम आज
बिटियाँ करे इस जग पर राज
बेटी बचाओ ………………..
— संजय वर्मा “दॄष्टि”