सत्य और झूठ की लड़ाई होनी चाहिए,
नागरिकता कानून की सिकाई होनी चाहिए।
हो तुम सच्चे नागरिक तो डर किस बात का,
करो कुछ ऐसा देश भलाई होनी चाहिए।
आँख बंद करके करो कुछ काम मत,
सामने की खाई पर नजर होनी चाहिए।
विचारों की धूल पर झाड़ पोंछ करके,
सोचने समझने की गहराई होनी चाहिए।
पाकिस्तान, बंग्लादेश,नेपाल लघु देखिए,
हरेक का अपना एक नागरिकता कार्ड है।
पहचान पर भारत की फिर कोलाहल क्यों ?
हमको भी अपना एक पहचान पत्र चाहिए।
भारतीय वही जो देश हित काम करे,
वतन की उन्नति में अपना योगदान करे।
एकता का सूत्र बांध भाईचारा करके
एक भारत विजयी भारत स्वप्न होना चाहिए।
— निशा नंदिनी