कविता

तेरे ख्याल ने फिर

चंद अल्फाजों में कैसे
हाले-दिल बयां कर दें !
तेरे ख्याल ने फिर… दिल को है उदास किया !!

एतबार अब न रहा
हाथों की इन लकीरों पर !
तूँ तकदीर था ही नहीं… क्यों लकीरों पर विश्वास किया !!

जो पलकों से गिरे
आँसूं नहीं, ख्वाब थे मेरे !
टूटे ख्वाबों ने फिर… दिल से है परिहास किया !!

कोशिश करके भी
टूटे दिल नहीं बसते !
क़ब्रगाह में कब… जिन्दा-दिलों ने निवास किया !!

अंजु गुप्ता

*अंजु गुप्ता

Am Self Employed Soft Skill Trainer with more than 24 years of rich experience in Education field. Hindi is my passion & English is my profession. Qualification: B.Com, PGDMM, MBA, MA (English), B.Ed