डर कर नहीं,
डट कर लड़ेंगे।
अपनों के लिए ये जंग,
हम हंसकर लड़ेंगे।
समस्या नहीं,
समाधान बनेंगे।
महामारी का हम ही,
निदान बनेंगे।
अज्ञानवश कर बैठे,
जो गलती,
चीन-स्पेन-जर्मनी-इटली ,
हम हरगिज़ वो नहीं करेंगें।
जनता कर्फ्यू है जनहित में,
देशहित में हम इसे सफ़ल करेंगें।
कर दे रौशन,
जो आने वाले कल को,
हम वह सुन्दर संकल्प बनेंगें।
— ज्योति अग्निहोत्री