लाॅकडाउन।
लाॅकडाउन नहीं ये साथी,
जीवन बचाने का प्रण है।
यहां युद्ध नहीं कोई लड़ना,
ये न कोई ऐसा वैसा बंधन है।
जागो समझो और बस ,
छोटी सी शुरुआत करो।
जो सेवा अपनी दे रहे ,
उनका करना अभिनंदन है।
सबको मिलकर लड़ना होगा,
इस संकट से उभरना होगा।
प्रधानमंत्री के इस फैसले पे
सबको मिल करना समर्थन है।
सब मिलकर सहयोग करें,
न व्यर्थ ही इधर उधर फिरें।
कुछ दिन की ही तो बात है,
मानवता की खातिर लेना प्रण है।