ये लोग
घरों में नहीं रहने वाले पछताएंगे ये लोग,
फिर खुद ही औरों को समझाएंगे ये लोग।
अभी भी मजाक में ले रहे हैं ये कोरोना को,
एक दिन आइसोलेशन में ही पाएंगे ये लोग।
बहुत खुश हो रहे हैं लॉकडाउन तोड़कर,
घर से बाहर निकलने में घबराएंगे ये लोग।
आज जो डर गया समझो वो ही बच गया,
बस यही बात औरों को बतलाएंगे ये लोग।
बहुत समझाएं सुलक्षणा ने पर समझते नहीं,
इस कोरोना के हाथों जिंदगी गवाएंगे ये लोग।
©️®️ डॉ सुलक्षणा अहलावत