विश्व हास्य दिवस
विश्व हास्य दिवस विश्व भर में मई महीने के पहले इतवार को मनाया जाता है। इसकी शुरुआत योगा लाफ्टर मूवमेंट के संस्थापक डा. मदन कटारिया ने पहली बार मुम्बई में 11जनवरी 1998 को की थी। दुनिया भर में इस समय तकरीबन 8000 लाफ्टर क्लब सक्रिय हैं।जहाँ लोग हँसकर अपने तनाव कम करते हैं। अन्तर्राष्ट्रीय हास्य दिवस इस समय दुनिया के लगभग सौ मुल्कों में मनाया जा रहा है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों की बात माने तो हँसी इंसान में पाज़िटिव एनर्जी जगाती है और बीमारियों से लड़ने की क्षमता बढ़ाती है। इसलिए अगर वैश्विक महामारी कोरोना से लड़ना है और उससे जीतना है, तो जहाँ मौका मिले हँसिये ! खिलखिलाइये !
दुनिया के कोने-कोने में जहाँ लोगों को एक दूसरे की भाषा नहीं आती है।वहाँ एक हल्की सी मुस्कुराहट सारे काम बनाती है।
मनोरोग विशेषज्ञ डॉ. जगदीश थापा के अनुसार हर व्यक्ति को दिन में कुछ पल खुल कर हँसना चाहिए। हमें चल कर उन लोगों के पास जाना चाहिए।जिनके साथ बैठकर खुलकर हँसा जा सके। उन्मुक्तवहँसी उदासी और तनाव दूर करती है। योग की तरह ही हँसी भी अच्छे स्वास्थ्य के लिए बहुत मुफीद है। इससे आपके फेफड़े मजबूत होते हैं और सांस संबंधी रोगों में कमी आती है।
स्नायु रोग विशेषज्ञ डॉ. सुधीर सभरवाल कहते हैं कि हँसी से सकारात्मक ट्रांसमीटर मुक्त होते हैं।इससे शरीर के सभी भागों पर असर पड़ता हैऔर शरीर में एक सकारात्मक एनर्जी पैदा होती है। इसलिए प्रत्येक आदमी को हर संभव तरीके से खुश रहना चाहिए और खुलकर हँसना चाहिए।
हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. सुशील शर्मा का कहते हैं कि जब आप हँसते हैं तो आपके शरीर में रक्त संचार सही बना रहता है। हँसने से शरीर में अधिक ऑक्सीजन पहुँचती है। इससे दिल स्वस्थ रहता है। इससे तनाव कम होता है जो हृदय रोगों का एक बड़ा कारण है। नियमित रूप से हँसने से हार्ट अटैक,किडनी और रक्त चाप की बीमारी से बचा जा सकता है।हँसने से गला, फेफड़े व श्वास की नली की कसरत हो जाती है।हँसने से व्यक्ति की मानसिक, शारीरिक व भावनात्मक परेशानियां खुद ब खुद दूर हो जाती हैं।
— अब्दुल हमीद इदरीसी