गीतिका
आधार छंद : महा लक्ष्मी /मापनी – 2122 1212 22(112)
आपको खुशी की आस रहे
ज़िन्दगी तेरे आस-पास रहे|
मायुसी की ठहर रास न हो
रोज थोड़ी नयी आस रहे|
होश खोकर न वो निराश रहे
मन छुपे ज्ञान तलाश रहे |
जिये तो सब्र विकास लिये
हर खुशी में बसे पास रहे |
पल भर ना कभी उदास रहे
हर खुशी द्बार में हो आस रहे |
पहन स्वस्थ बनी लगे आदत
बन कहीं ना दबी प्यास रहे|
अश्क़ आँखों से यूँ हर बार बहे
होश पाया आस पास रहे |
— रेखा मोहन १४/५/२०