गीतिका/ग़ज़ल

गीतिका

आधार छंद : महा लक्ष्मी /मापनी – 2122 1212 22(112)

आपको  खुशी की आस रहे

ज़िन्दगी तेरे आस-पास रहे|

मायुसी की  ठहर रास न हो

रोज थोड़ी नयी  आस रहे|

होश खोकर न वो निराश रहे

मन छुपे  ज्ञान तलाश रहे |

जिये तो सब्र विकास लिये

हर खुशी में बसे पास रहे |

पल भर ना कभी उदास रहे
हर खुशी द्बार में हो आस रहे |

पहन स्वस्थ बनी लगे आदत

बन कहीं ना दबी प्यास रहे|

अश्क़ आँखों से यूँ हर बार बहे
होश पाया आस पास रहे |

— रेखा मोहन १४/५/२०

*रेखा मोहन

रेखा मोहन एक सर्वगुण सम्पन्न लेखिका हैं | रेखा मोहन का जन्म तारीख ७ अक्टूबर को पिता श्री सोम प्रकाश और माता श्रीमती कृष्णा चोपड़ा के घर हुआ| रेखा मोहन की शैक्षिक योग्यताओं में एम.ऐ. हिन्दी, एम.ऐ. पंजाबी, इंग्लिश इलीकटीव, बी.एड., डिप्लोमा उर्दू और ओप्शन संस्कृत सम्मिलित हैं| उनके पति श्री योगीन्द्र मोहन लेखन–कला में पूर्ण सहयोग देते हैं| उनको पटियाला गौरव, बेस्ट टीचर, सामाजिक क्षेत्र में बेस्ट सर्विस अवार्ड से सम्मानित किया जा चूका है| रेखा मोहन की लिखी रचनाएँ बहुत से समाचार-पत्रों और मैगज़ीनों में प्रकाशित होती रहती हैं| Address: E-201, Type III Behind Harpal Tiwana Auditorium Model Town, PATIALA ईमेल [email protected]