कोरोना
कोरोना से लड़ना है,
हमको आगे बढ़ना है,
कोरोना की धूल झटक कर,
ऊंचे-ऊंचे चढ़ना है.
अनुशासन रख, कदम बढ़ाएं,
अपनी-अपनों की जान बचाएं,
दो गज दूरी, उचित फासला,
रखकर कोरोना को हराएं.
कोरोना से लड़ना है,
हमको आगे बढ़ना है,
कोरोना की धूल झटक कर,
ऊंचे-ऊंचे चढ़ना है.
अनुशासन रख, कदम बढ़ाएं,
अपनी-अपनों की जान बचाएं,
दो गज दूरी, उचित फासला,
रखकर कोरोना को हराएं.
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एक मित्र मिले बोले लाला तुम क्यों नहीं धर्म निभाते हो।
इस लॉकडाउन के मौसम में भी घर से बाहर जाते हो।।
क्या रखा आने जाने में जो कहता हूं वह काम करो।
तुम घर जाओ खाओ पियो आराम करो आराम करो।।
तुम डॉक्टर हो तो ठीक है जो मरीज़ों में दिन बिताते हैं।
सोने को मिले तो सोते हैं सुबह फिर काम पर आते हैं।।
तुम नर्स हो तो ठीक है तुम्हें सेवा ही करते जाना।
फिर घर जाकर बच्चों का मस्तक चूमे बिन ही सो जाना।।
तुम पुलिस हो तो ठीक है जो अपना वचन निभाती है।
कभी दूसरों से कभी खुद से ही तुमको सदा बचाती है।।
जो नहीं ज़रूरत मत निकलो तुम घर पर सब इंतज़ाम करो।
ऐसे ही कोरोना योद्धा की सूची में शामिल नाम करो।।