अधूरी कथा
3031 के वैज्ञानिकों में उनका नाम लेकर लोग भारत के साथ अपनी इज्जत को दो-गुना महसूस करते , हर मनुष्य अपने बच्चों को कहते — पढ़ो बेटा-पढ़ो पॉल जैसे बनो !
उनका यह यन्त्र जिन्हें आज वह मीडिया के सामने पेश करने वाले थे और वे पेश करने जा रहे है — डॉ. पॉल ने वैज्ञानिक – मित्रों और मीडिया के सामने एक ऐसा पेन पेश किया है जो उनके आवाजों के पासवर्ड से ओपन होता है , वे आगे बताते जा रहे थे ।
यह ‘पेन’ उनकी आवाज को सुनकर , तुरंत कार्य करना प्रारम्भ कर देता है — इस पेन से अल्ट्रावायलेट रे निकलती है जो सूर्य के प्रकाश से निकलती है जो मानव के लिए घातक है और इस रे की रेंज 10 लाख किलोमीटर वे बता रहे थे , यह डिवाइस धीमी आवाज पर भी रिप्लाई देता और रे निकलता है पर डॉ. पॉल के अनुसार यह पेन आतंवादियों के हाथ आ गया तो बेहद खतरनाक होगा क्योंकि यह मोटी-दिवार,पानी आदि को छेद कर अपनी रे से इंसानों में कैंसर जैसी भयानक बीमारी पैदा कर सकती है —इतना कहने के साथ ही उसने पॉकेट से पेन निकालकर दिखाया पर बिना प्रैक्टिकल किये ब्लूटूथ माइक सेंटर से नीचे आते हुए कार में बैठ गए पर पत्रकार उनके पीछे कुछ सवाल के जवाब जानने के लिए ‘ब्लूटूथ रिकॉर्डर’ लेकर उनके पास पहुँचे पर तब तक उनकी कार काफी दूर निकल गयी….