प्रेम मोदी
झारखंड के एक छोटे से गाँव से चलकर रंगमंच व नाटक, फिर फ़िल्म जगत में छा जाना ही उन्हें ‘प्रेम मोदी’ बनाता है । वह न सिर्फ़ ‘प्रेम’ है, अपितु ‘मोदी’ भी है !
पहले भी और आज भी ‘प्रेम’ शब्द अपने-आप में विस्तीर्णता लिए रहा है, तो वहीं ‘मोदी’ शब्द देशभर ही नहीं, अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर भी एक ‘ब्रांड’ बन गया है यानी मोदी है तो मुमकिन है ।
भले ही यह पंचलाइन प्रधानमंत्री श्रीमान नरेंद्र मोदी के लिए प्रयुक्त है, तथापि श्रीमान प्रेम मोदी भी न केवल रंगकर्मी व नाटककार, अभिनेता, निर्देशक व फिल्मकार हैं, अपितु इस क्षेत्र के प्रबुद्ध चिंतक भी हैं ! वे अभिनय के माध्यम से प्रकृति और गाँवों को जीना चाहते हैं ।
उनका सपना है, भ्रष्टाचार पर समुचित प्रहार को लेकर नियमित फ़िल्म बनती रहें।