अछूत व्यवहार मनुष्यों में है, उनकी राजनीति में नहीं !
राजनीति में कोई अछूत नहीं है, सबको पता है केंद्र के वी.पी.सिंह की सरकार में कम्युनिस्ट पार्टी और बीजेपी दोनों शामिल थे। लालू जी पहलीबार बीजेपी के सपोर्ट से ही मुख्यमंत्री बन पाए थे, अन्यथा कभी बन भी नहीं पाते !
मुलायम जी और मायावती जी सबने बीजेपी से सपोर्ट लेकर सरकार बनाई हैं । कर्नाटक के कुमारस्वामी तक बीजेपी के सपोर्ट से ही पहलीबार मुख्यमंत्री बन सके थे । केंद्र में ममता बनर्जी बीजेपी के साथ चोंचें टकराई हैं।
ऐसे में कोई पार्टी अगर बीजेपी को बदनाम कर राजनीतिक शुचिता की बात करते हैं, तो यह ऐसा ही है, जैसे कोई अपनी सगी मां को त्यागकर ‘नर्स’ को अपनी मां बताते फिर रहे हैं ।