राजनीतिलेख

माई हथुआ राज मिल गईल !

गरीबों के मसीहा कहलानेवाले एक राजनेता ने अपने बच्चों की शादी महाधनवानों में किए, जातिनिरपेक्ष की बात करनेवाले इस राजनेता ने अपने बच्चों की शादी अपनी जाति में ही किए। धर्मनिरपेक्षता की डींग हाँकनेवाले इस राजनेता ने अपने बच्चों की शादी अलग धर्म में नहीं किये। ‘आय से अधिक संपत्ति’ से जूझते इस नेता ने बच्चों की शादी में खुले हाथ धन उड़ेले।

अंधविश्वास पर कथित प्रहार करने का श्रेय लेनेवाले इस राजनेता के दोनों हाथ की अंगुलियों में कई की संख्या में ग्रह-नक्षत्र दूर करनेवाली अंगूठी देखी जा सकती हैं। जनता की सेवा वाले मुख्यमंत्री पद मिलते ही उसने तब माँ से कहा था– ‘माई, हथुआ राज मिल गइल’, जो कि प्रजा-प्रतिनिधि कर्म को ‘राजा’ वाला बता रहे थे।

जिनके कार्यकाल में आईएएस अफसरों को कोई मान-सम्मान नहीं दी जाती थी, पान का पीकदान तक वे लाते थे । जिन्होंने 15 वर्षों में सरकारी नौकरियों की वेकैंसी को इसतरह उलझाया कि आज भी ऐज एक्सपायरी छात्र उस समय की याद कर भाग्य को कोसने लग जाते हैं!

डॉ. सदानंद पॉल

एम.ए. (त्रय), नेट उत्तीर्ण (यूजीसी), जे.आर.एफ. (संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार), विद्यावाचस्पति (विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ, भागलपुर), अमेरिकन मैथमेटिकल सोसाइटी के प्रशंसित पत्र प्राप्तकर्त्ता. गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स होल्डर, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, RHR-UK, तेलुगु बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, बिहार बुक ऑफ रिकॉर्ड्स इत्यादि में वर्ल्ड/नेशनल 300+ रिकॉर्ड्स दर्ज. राष्ट्रपति के प्रसंगश: 'नेशनल अवार्ड' प्राप्तकर्त्ता. पुस्तक- गणित डायरी, पूर्वांचल की लोकगाथा गोपीचंद, लव इन डार्विन सहित 12,000+ रचनाएँ और संपादक के नाम पत्र प्रकाशित. गणित पहेली- सदानंदकु सुडोकु, अटकू, KP10, अभाज्य संख्याओं के सटीक सूत्र इत्यादि के अन्वेषक, भारत के सबसे युवा समाचार पत्र संपादक. 500+ सरकारी स्तर की परीक्षाओं में अर्हताधारक, पद्म अवार्ड के लिए सर्वाधिक बार नामांकित. कई जनजागरूकता मुहिम में भागीदारी.