शरबत
मुझको शरबत अच्छा लगता,
गर्मी में मैं पीता हूं,
पीला, लाल, हरा हो चाहे,
बड़े मजे से पीता हूं.
नाम सुनाई दे शरबत का,
कान खड़े हो जाते हैं,
झटपट अपनी ढूंढ गिलसिया,
सोनू जी आ जाते हैं.
मुझको शरबत अच्छा लगता,
गर्मी में मैं पीता हूं,
पीला, लाल, हरा हो चाहे,
बड़े मजे से पीता हूं.
नाम सुनाई दे शरबत का,
कान खड़े हो जाते हैं,
झटपट अपनी ढूंढ गिलसिया,
सोनू जी आ जाते हैं.