छोले
ममी कहतीं, ‘खा लो सब्जी’,
मैं कहता हूं, ‘दे दो छोले’,
छोले-पूरी, कुल्चे-छोले,
छोले-भटूरे, चावल-छोले.
सूखे छोले, खट्टे छोले,
या रसदार बने हों छोले,
चाहे सब्जी लाख बनी हों,
छोले तो रहते हैं छोले.
ममी कहतीं, ‘खा लो सब्जी’,
मैं कहता हूं, ‘दे दो छोले’,
छोले-पूरी, कुल्चे-छोले,
छोले-भटूरे, चावल-छोले.
सूखे छोले, खट्टे छोले,
या रसदार बने हों छोले,
चाहे सब्जी लाख बनी हों,
छोले तो रहते हैं छोले.