जिंदगी विपदनामा
किशोरियों में
मदर टेरेसा कोई भी बनना नहीं चाहती
मेरी कॉम इक्की-दुक्की ही बनना चाहती
इंदिरा गोस्वामी, अमृता प्रीतम, महाश्वेता देवी बनना तो दूर
उसे जानती तक नहीं
पर मिस इंडिया, मिस वर्ल्ड, मिस यूनिवर्स
या श्रद्धा, कृति या आलिया को ही तकती रहती
और कमजोर इच्छाशक्ति के सुशांत को चाहती
और जो नहीं मिल पाए यानी सलमान, प्रभाष, शाहिद को चाहेंगी !
यह तो किशोरीलीला है,
किन्तु
युवकों में उच्च शिक्षा पाए
कितने साथी हैं हमारे
क्या हमारी चादरों की लंबाई
पाँव से बाहर होकर आवारागर्दी करने में है
हम शॉर्टकट चाहते हैं,
सामने की अट्टालिका निहारते हैं
स्वयं तो कुछ करते नहीं,
बस दूसरे की छाती और नितंब निहारते हैं
हाँ, 84 लाख योनियों में
‘मानव’ ही ऐसा कर सकते हैं !